
रायगढ़ ।खरसिया नगर पालिका परिषद वार्ड क्रमांक 9 से भाजपा पार्षद द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर चुनाव जीतने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस गंभीर आरोप की भनक राजस्व विभाग के आला अधिकारियों तक पहुँच चुकी है, फिर भी तहसील स्तर पर जाँच जानबूझकर अधर में लटकाई जा रही है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सत्ता के दबाव में अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे हैं। निर्वाचन का मामला बताकर पल्ला झाड़ना उनकी मजबूरी नहीं, बल्कि साफतौर पर राजनीतिक दबाव का नतीजा है। यही कारण है कि महीनों बीत जाने के बावजूद न तो जाँच शुरू हुई और न ही फर्जी प्रमाण पत्र की सच्चाई सामने आ सकी।
नागरिकों और सामाजिक संगठनों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस घोटाले का खुलासा नहीं हुआ तो आंदोलन, धरना और उच्च न्यायालय तक शिकायत की जाएगी।
अब बड़ा सवाल यही है—क्या अधिकारी सत्ता के डर से चुप रहेंगे या सच सामने लाकर जनता को न्याय दिलाएंगे?