2024एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे की कार्रवाई, गुमास्ता लाइसेंस के नाम पर मांगे थे 20 हजार रुपए
रायगढ़, 15 अक्टूबर। सरकारी संस्थाओं में भ्रष्टाचार किस कदर समाहित हो चुका है इसका उदाहरण नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर में देखने को मिला। एंटी करप्शन ब्यूरो ने गुमास्ता लाइसेंस के बदले मांगी गई रिश्वत की दूसरी किश्त लेते हुए सीएमओ रामायण प्रसाद पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। गर्त में गिरती जा रही सरकारी व्यवस्था को भ्रष्टाचारी अफसर ही सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। आम आदमी के पास कोई रास्ता ही नहीं बचा है। कभी-कभी कोई आम आदमी हिम्मत करके इसके खिलाफ तनकर खड़ा हो जाता है तो भ्रष्टाचारी अफसर भी सलाखों के पीछे चला जाता है।किरोड़ीमल नगर क्षेत्र में एक छोटे व्यापारी वरुण सिंह निवासी आजाद चौक ने अपनी कंपनी एमएस भवानी ट्रेडर्स के नाम पर गुमास्ता लाइसेंस प्राप्त करने आवेदन दिया था। प्रार्थी ने एसीबी से शिकायत की थी कि नपं किरोड़ीमल के सीएमओ रामायण प्रसाद पांडेय ने उससे लाइसेंस जारी करने के एवज में 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी। प्रार्थी ने रिश्वत देने के बजाय प्रतिरोध करते हुए एसीबी से शिकायत की। एसीबी ने शिकायत की सत्यता परखने के लिए पहली किश्त दस हजार रुपए के साथ प्रार्थी को भेजा। तब रामायण पांडेय ने दस हजार रुपए ले लिए थे।मंगलवार को दूसरी किश्त के दस हजार रुपए देकर प्रार्थी को सीएमओ कार्यालय भेजा गया। शाम करीब साढ़े पांच बजे वरुण सिंह ने चेम्बर के अंदर ही जैसे ही दस हजार रुपए रामायण पांडेय के हाथ में दिए, एसीबी ने तुरंत छापा मारकर रुपए के साथ सीएमओ को गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने आरोपी रामायण प्रसाद पांडेय को धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत गिरफ्तार कर कार्यवाही शुरू कर दी।राज्य परिवहन निगम के थे कर्मचारीनगरीय प्रशासन विभाग की दुर्गति इसीलिए हो रही है क्योंकि छोटे नगरीय निकायों में कोई डायरेक्ट सीएमओ नहीं हैं। शहरी क्षेत्र का व्यवस्थित विकास करने के लिए अच्छे अधिकारियों की जरूरत है। रामायण प्रसाद पांडेय तो पहले राज्य परिवहन निगम के कर्मचारी थे। समायोजन में इन्हें नगरीय प्रशासन विभाग में शामिल किया गया। इनका मूल पद स्वच्छता निरीक्षक का है। इस पद पर प्रमोशन नहीं होता। पिछले दिनों लैलूंगा की पूर्व सीएमओ ममता चौधरी भी सस्पेंड हो चुकी हैं जो मूलत: सहायक ग्रेड-2 कर्मचारी हैं।