पौने पांच लाख का 18 हजार 880 किलो पीडीएस चावल जब्त, पुलिस ने बीएनएस 106 में मामला दर्ज कर खाद्य विभाग को सौंपा, आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत की जा रही जांच
रायगढ़। शहर के कांशीराम चौक स्थित तिरूपति राइस मिल्स में छापामार कार्रवाई करते हुए जूटमिल पुलिस ने 18 टन 880 किलोग्राम पीडीएस यानी गरीबों का चावल जब्त किया है। इसकी कीमत 4 लाख 70 हजार रुपए आंकी गई है। पुलिस ने चावल जब्त कर जांच के लिए मामला खाद्य विभाग के सुपुर्द किया है। अब खाद्य विभाग मामले की जांच कर रही है। जांच में गड़बड़ी उजागर होने पर तिरूपति राइस मिल्स का पंजीयन भी निरस्त हो सकता है।
राशन दुकानों से गरीबों को आवंटन किए जाने वाले चावल की तस्करी किए जाने की बात लगातार सामने आ रही है। चावल की तस्करी करने वाले कुछ लोग तो ऐसे हैं जो दुकान के बाहर खड़े रहते हैं हितग्राही जैसे ही चावल लेकर निकलते हैं उनके पास से ले लिया जाता है। वहीं कुछ तस्कर राशन दुकान संचालकों से ही सेटिंग किए हुए हैं वे सीधा दुकान से ही गरीबों का चावल उठा लेते हैं। अब इसमें नया मामला यह सामने आया है। शहर के ही कांशीराम चौक के पास स्थित तिरूपति राइस मिल्स में पुलिस ने व्यापक पैमाने पर पीडीएस चावल पकड़ा है। बताया जा रहा है कि बीते 28 दिसंबर की सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि तिरूपति राइस मिल्स में व्यापक पैमाने पर पीडीएस चावल रखा गया है। सूचना मिलते ही जूटमिल थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज, गिरधारी साव व अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि यह पीडीएस का चावल राइस मिल के गोदाम में रखी हुई थी। पुलिस टीम ने मौका मुआयना किया। वहीं इसके बाद इसकी सूचना खाद्य विभाग के अधिकारियों को दी। मामले की सूचना मिलते ही खाद्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। वहीं विभागीय टीम ने राइस मिल संचालक राजकुमार सिंघल को मौके पर तलब किया। संचालक के मौके पर पहुंचने पर पूछताछ की गई। इस दौरान राइस मिल संचालक को उक्त चावल का दस्तावेज दिखाने की बात कही गई, लेकिन संचालक चावल से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए। ऐसे में पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धारा 106 के तहत अपराध दर्ज किया और आगे की जांच के लिए मामला खाद्य विभाग के सुपुर्द कर दिया।
पंजीयन हो सकता है निरस्त
वहीं अब इस मामले में खाद्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में प्रारंभिक रूप से यह स्पष्ट हो गया है कि यह चावल पीडीएस का है। अब खाद्य विभाग मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद प्रकरण कलेक्टर न्यायालय में सुपुर्द किया जाएगा। जानकारों की माने तो जांच के बाद गड़बड़ी उजागर होने पर संबंधित राइस मिल का पंजीयन निरस्त होने के साथ-साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआईआर भी दर्ज हो सकती है।
करीब 19 टन चावल किया जब्त
बताया जा रहा है कि तिरूपति राइस मिल्स के गोदाम में 380 कट्टा में रखा हुआ 18 टन 880 किलो चावल को जब्त किया गया। इसकी कीमत करीब 4 लाख 70 हजार रुपए आंकी गई है। उक्त चावल को जब्त करते हुए खाद्य विभाग ने ग्राम औरदा के एसडब्ल्यूसी गोदाम में रखवा दिया है।
जांच के बाद बड़ी गड़बड़ी उजागर
बताया जा रहा है कि उक्त चावल की बोरियों में अलग-अलग राइस मिलों का टेग लगा हुआ है। ऐसे में संभावना यह जताई जा रही है कि यह विभिन्न राइस मिलों से उक्त राइस मिल में पहुंचा था। खाद्य विभाग यदि इस मामले में गंभीरता से जांच करती है तो बड़ी गड़बड़ी उजागर होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
पहले भी आया है मामला
गरीबों के चावल की अफरा-तफरी किए जाने का मामला पहले भी सामने आया है। इससे पहले खाद्य विभाग के द्वारा राशन दुकानों से ही पीडीएस चावल की अफरा-तफरी किए जाने का मामला दर्ज किया है। हालांकि इस बार पीडीएस चावल राइस मिल से मिली है।