रायगढ़ । राम के नाम पर भाजपा श्रेय ली राजनीति कर रही है भूपेश बघेल के बयान पर पत्थलगांव विधायक गोमती ने कहा राम नाम का श्रेय मिलना भाजपा के लिए सौभाग्य की बात है। दशकों पूर्व राम मंदिर के लिए भाजपा ने लंबी लड़ाई लड़ी,लाठिया खाई,गोलियां खाई,जान गवाई,सत्ता का परित्याग किया,आम जनमानस से जुड़ी राम मंदिर निर्माण की सनातनी आस्था को भाजपा ने राजनैतिक एजेंडे में शामिल करते हुए अपने घोषणा पत्र में शामिल किया। गोमती साय ने कहा राम मंदिर के लिए यह सब कुछ तब किया गया जब केंद्र में कांग्रेस के पूर्ण बहुमत की सरकार थी। राम मंदिर के निर्माण को लेकर कांग्रेसी उपहास उड़ाते रहे कि मंदिर वही बनायेंगे लेकिन तारीख नही बताएंगे भाजपा ने राम मंदिर से जुड़े मुद्दे पर ऐसे उपहास को मौन रहकर अपनी लड़ाई जारी रखी। 2014 में मोदी सरकार आने के बाद राम मंदिर निर्माण से जुड़े सभी तथ्यों की जांच के लेकर छह जजों की कमेटी गठित की गई जो मंदिर निर्माण से जुड़े सभी तथ्यों तर्को को सुनकर मंदिर निर्माण के हक में फैसला सुनाया। कांग्रेस से जुड़े नेता कोर्ट में वकील की भूमिका में आ गए और कप्पिल सिब्बल जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने वकीलों का कोट पहनकर राम मंदिर के निर्माण की राह में बाधा बनकर खड़े हुए । कांग्रेस सत्ता में रही हो या फिर कोर्ट में सभी जगहों में कांग्रेस राम की आस्था पर सवाल उठाती रही। राम सेतु के अस्तित्व को लेकर सोनिया गांधी को सरकार की ओर से हलाफ नामा दिया गया तब भी भाजपा में इसका पुरजोर विरोध करते हुए राम सेतु से जुड़े तथ्यों को कोर्ट में दिया। राम मंदिर बनने के बाद मंदिर के उद्घाटन समारोह के आमंत्रण को ठुकराकर कांग्रेस ने देश वासियों को बता दिया कि कांग्रेस के दिल में राम के लिए कोई जगह नही है। आजादी के बाद से लेकर आज तक राम मंदिर के लिए कोई शाश्वत प्रयास किया गया हो तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जनता के सामने रखना चाहिए। राम के अस्तित्व पर सवाल उठाकर कांग्रेस ने सनातन धर्म से जुड़े करोड़ों जनता की आस्था पर चोट पहुंचाई है यही वजह है कि देश की जनता ने राम का अपमान करने वाली पार्टी को पूर्ण बहुमत से दहाई अंको में ला दिया। मोदी सरकार राम का श्रेय नही लेती बल्कि राम को आराध्य मानती है।राम हमारे लिए पूजनीय है और हमारे सनातन संस्कृति के महानायक है। विधान सभा में कार्यकर्ताओ की बैठक सम्मेलन के दौरान भूपेश बघेल ने कहा है कि सरकार से किसान मजदूर युवा महिला व्यापारी आदिवासी अल्पसंख्यक पिछड़ा वर्ग के लोग परेशान है तो तीन माह पहले विधान सभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल क्यों किया? विष्णु साय जी आदिवासियो के मसीहा है और आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाए पर भूपेश बघेल सहित कांग्रेस परेशान है। विष्णु देव साय सरकार ने सत्ता में आते ही जिस तेजी से मोदी की गारंटी को पूरा किया है आने वाले लोकसभा चुनाव में छत्तीशगढ पहली बार कांग्रेस मुक्त होगा और मोदी जी द्वारा कांग्रेस मुक्त भारत की शुरुवात छत्तीस गढ़ से होगी ।